झारखंड सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मंईयां सम्मान योजना शुरू की है। इस योजना के तहत 18 से 50 साल की महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये दिए जाते हैं। यह योजना अगस्त 2024 में शुरू हुई थी, जब महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह मिलते थे। लेकिन झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस राशि को बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया। अब लाखों महिलाओं के बैंक खातों में हर महीने यह राशि ट्रांसफर की जा रही है।
2500 रुपये की अगली किस्त कब आएगी?
मंईयां सम्मान योजना की लाभुक महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। जनवरी 2025 में 58 लाख महिलाओं के खातों में 2500 रुपये की किस्त ट्रांसफर की गई थी। अब अगली किस्त 8 या 9 अगस्त को उनके बैंक खातों में आने की संभावना है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि जिन महिलाओं ने अपने आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक कर लिया है, उन्हें यह राशि समय पर मिले।
योजना का उद्देश्य और लाभ
मंईयां सम्मान योजना का मुख्य लक्ष्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना से महिलाएं अपनी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को भी बेहतर कर सकती हैं। हर महीने 2500 रुपये मिलने से सालाना 30,000 रुपये की सहायता होती है। यह राशि सीधे लाभुकों के बैंक खातों में डीबीटी के जरिए भेजी जाती है।
आवेदन और पात्रता की प्रक्रिया
इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को अपना आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक करना जरूरी है। साथ ही, केवाईसी पूरी करनी होगी। जिन महिलाओं ने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें जल्द से जल्द ऐसा करना चाहिए, क्योंकि 31 मार्च 2025 के बाद बिना आधार लिंकिंग के राशि नहीं मिलेगी। आवेदन की सत्यापन प्रक्रिया जिला स्तर पर की जा रही है।
महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद
मंईयां सम्मान योजना ने झारखंड की महिलाओं के लिए नई उम्मीद जगाई है। हेमंत सोरेन सरकार का यह कदम न केवल महिलाओं को आर्थिक सहायता दे रहा है, बल्कि उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर रहा है।